प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चंद्रपुर में 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली

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 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चंद्रपुर में 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली
 
सब्सिडी का लाभ उठाने महावितरण की उपभोक्ताओं से अपील
 
चंद्रपुर/ महाराष्ट्र 
 
दि .14 म‌ई 2024

रिपोर्टर :- रमाकांत यादव जिल्हा प्रतिनिधि ग्लोबल महाराष्ट्र न्यूज नेटवर्क
 
 
पुरी खबर :-छत पर सोलर लगाएं, मुफ्त बिजली पाएं  घर की छत पर रूफ टॉप सोलर सिस्टम लगवाकर 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली पाने हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना में 78 हजार रुपये तक सब्सिडी मिल रही है. महावितरण के चंद्रपुर सर्कल के मुख्य अभियंता सुनील देशपांडे ने बिजली उपभोक्ताओं से इस योजना का लाभ उठाने की अपील की है. देशपांडे ने कहा कि उप मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बिजली ग्राहकों को निःशुल्क बिजली दिलाने हेतु दी जाने वाली योजनाओं पर तत्काल अमल करने की सूचना उपमुख्यमंत्री तथा उर्जामंत्री फडणवीस ने महावितरण से की है. रूफ टॉप सोलर सिस्टम के लिए बिजली उपभोक्ता को केंद्र सरकार से एक किलोवाट के लिए 30 हजार रुपये, दो किलोवाट के लिए साठ हजार रुपये और तीन किलो वाट के लिए 78 हजार रुपये की सीधी सब्सिडी मिलती है. बिजली उपभोक्ताओं द्वारा रूफ टॉप सोलर सिस्टम लगवाने की क्षमता चाहे जो भी हो, प्रति उपभोक्ता अधिकतम कुल सब्सिडी 78 हजार रुपये निर्धारित है. महावितरण महाराष्ट्र में बिजली उपभोक्ताओं को छत पर सौर प्रणाली स्थापित करने में मदद करता है. ग्राहकों को राष्ट्रीय पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करना आवश्यक है. इसके लिए पीएम सूर्यघर नाम से एक मोबाइल ऐप भी उपलब्ध है. यह योजना देशभर के एक करोड़ घरों के लिए शुरू की गई है और राज्य के उपभोक्ताओं को जल्द से जल्द इस योजना का लाभ उठाना चाहिए. एक किलोवाट क्षमता का रूफ टॉप सोलर सिस्टम प्रतिदिन लगभग चार यूनिट या प्रति माह लगभग 120 यूनिट बिजली उत्पन्न करता है. दो किलोवाट तक की क्षमता वाला रूफ टॉप सोलर सिस्टम प्रति माह 150 यूनिट तक बिजली की खपत करने वाले परिवार के लिए पर्याप्त है. प्रति माह 150 से 300 यूनिट बिजली की खपत करने वाले परिवार के लिए 2 से 3 किलोवाट क्षमता की प्रणाली पर्याप्त है.
जेब पर नहीं लगता बिजली बिल का करंट
सौर ऊर्जा का उपयोग करके बिजली उत्पन्न करने के लिए घर की छत पर रूफ टॉप सौर ऊर्जा उत्पादन संयंत्र स्थापित किया जाए और उस बिजली का उपयोग घर में बिजली की आवश्यकता को पूरा करने के लिए किया जाए. इसमें आवश्यकता से अधिक बिजली निर्माण होने पर बिजली बिल शून्य आता है, यानी बिजली मुफ्त दी जाती है और अतिरिक्त बिजली महावितरण को बेच दी जाती है और आय भी होती है.