
चंद्रपुर में चोरी की वारदात: 24 घंटे में पुलिस ने पकड़े चार आरोपी
चंद्रपुर/महाराष्ट्र
दि . 24/09/2024
रिपोर्टर :- रमाकांत यादव जिल्हा प्रतिनिधि ग्लोबल महाराष्ट्र न्यूज नेटवर्क
पूरी खबर:- चंद्रपुर 23 सितंबर शहर के प्रेमीला अपार्टमेंट, समाधी वार्ड में दिवाकर चुधरी (29) ने शहर पुलिस स्टेशन में चोरी की शिकायत दर्ज कराई। दिवाकर ने बताया कि वह सुबह 6 बजे अपने दो दोस्तों के साथ स्विमिंग के लिए आजाद गार्डन गया था और घर का दरवाजा ताला लगाकर चला गया। जब वह 8:15 बजे वापस लौटा, तो घर के अंदर रखा सामान गायब था।
दिवाकर ने अपने सोते दोस्तों से पूछने के बाद पाया कि घर में 2 लैपटॉप, एक रियलमी मोबाइल, और एक सैमसंग टैब चोरी हो गए थे। चोरी गए सामान की कुल कीमत 1,18,000 रुपये बताई गई है। चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद, पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 759/2024 के तहत मामला दर्ज किया।
पुलिस की जांच शुरू करते ही मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीपीओं सुधाकर यादव और शहर पुलिस स्टेशन की निरीक्षक प्रभावती एकुरके के नेतृत्व में जांच दल गठित किया गया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें कुछ संदिग्ध गतिविधियाँ देखी गईं।
पुलिस ने डीबी दल के सपोनी मंगेश भोंगाळे और निलेश वाघमारे की मदद से 24 घंटे के भीतर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में कार्तीक शंकर (22) निवासी जिला वेल्लुर, तमिलनाडु, सत्ती कुमार (26), मंगेश पेरुमल (25), और सतीश मुन्नीस्वामी (20) शामिल हैं।
इन सभी आरोपियों ने बल्लारशाह में किराए पर कमरा लेकर चंद्रपुर में चोरी करने का इरादा बनाया था। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने सुबह 6 बजे से 9 बजे के बीच दिवाकर के घर में प्रवेश कर चोरी की और फिर उस सामान को चेन्नई के बाजार में बेचने की योजना बनाई थी।
पुलिस ने 1,18,000 रुपये मूल्य का सामान भी आरोपियों से बरामद किया। यह गिरफ्तारी चंद्रपुर पुलिस की तत्परता और सक्रियता को दर्शाती है। मामले की जांच पोहवा कपुरचंद खरवार कर रहे हैं।
इस कार्रवाई में जिला पुलिस अधीक्षक मुम्मका सुदर्शन, अपर पुलिस अधीक्षक रिना जनबंधू, एसडीपीओं सुधाकर यादव, और अन्य पुलिस कर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीम में शामिल अन्य सदस्य थे: प्रभावती एकुरके, मंगेश भोंगाळे, निलेश वाघमारे, सचिन बोरकर, भावना रामटेके, संतोष कनकम, इमरान खान, दिलीप कुसराम, ईरशाद खान, रुपेश रणदिवे, राजेश चीताळे, और विक्रम मेश्राम।
चोरी की इस वारदात ने स्थानीय लोगों में भय का माहौल उत्पन्न कर दिया था, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने नागरिकों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया है। इस घटना ने यह भी साबित किया है कि पुलिस की सक्रियता और तकनीकी साधनों का उपयोग करने से अपराधियों पर लगाम लगाई जा सकती है।
अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में और क्या नए खुलासे करती है और क्या इन आरोपियों के पीछे किसी बड़े गैंग का हाथ है या यह केवल एक सामान्य चोरी की घटना है। स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद सुरक्षा को लेकर चर्चा भी तेज हो गई है, जिससे वे अपनी संपत्ति की सुरक्षा के प्रति और अधिक सतर्क हो गए हैं।



