
चंद्रपुर का RTO विभाग: भ्रष्टाचार का केंद्र और परिवहन मंत्री की चुप्पी पर सवाल.?
चंद्रपुर/महाराष्ट्र
दि. 24 डिसेंबर 2024
मुख्य संपादक: अनुप यादव, ग्लोबल महाराष्ट्र न्यूज नेटवर्क
पुरी खबर :- चंद्रपुर, जिसे औद्योगिक नगरी के नाम से जाना जाता है, यहां के कोयला खदान, पावर प्लांट, सीमेंट उद्योग और सुरजागढ़ प्रकल्प जैसे विशाल उद्योग जिले को आर्थिक मजबूती प्रदान करते हैं। इन उद्योगों की नींव पर चलने वाले लाखों भारी वाहनों के संचालन की जिम्मेदारी चंद्रपुर के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) की है। इस विभाग को न केवल वाहनों के पंजीकरण और लाइसेंस प्रदान करने का कार्य सौंपा गया है, बल्कि परिवहन नियमों का सख्ती से पालन कराने का भी अधिकार दिया गया है।
लेकिन हकीकत यह है कि चंद्रपुर का RTO विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। हर छोटे-बड़े काम के लिए दलाली और घूसखोरी का खेल खुलेआम चल रहा है। चाहे ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना हो, वाहनों की पासिंग करनी हो, या अन्य कोई दस्तावेजी काम, हर चीज के लिए मोटी रकम की मांग होती है। यहां के अधिकारियों और बाबुओं ने हर सेवा की कीमत तय कर रखी है?
परिवहन मंत्री और मुख्यमंत्री की चुप्पी पर सवाल
चौंकाने वाली बात यह है कि चंद्रपुर से महज 150 किलोमीटर दूर नागपुर में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का कार्यालय स्थित है। बावजूद इसके, चंद्रपुर RTO में फैले भ्रष्टाचार पर कोई लगाम नहीं लगाई जा रही है। क्या यह माना जाए कि मंत्री और मुख्यमंत्री को यहां हो रहे भ्रष्टाचार की जानकारी नहीं है? या फिर उनकी चुप्पी इस बात की ओर इशारा करती है कि यह भ्रष्टाचार उनके संरक्षण में फल-फूल रहा है?
भ्रष्टाचार का अड्डा बनता RTO विभाग
यह विभाग अब विकास की रफ्तार में रोड़ा बन चुका है। करोड़ों रुपये की अघोषित वसूली हर महीने यहां होती है। यह पैसा कहां जाता है, यह सवाल उठना लाजमी है। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, जो देश में सड़कों और परिवहन के सुधार के लिए जाने जाते हैं, क्या चंद्रपुर RTO की इस लापरवाही और भ्रष्टाचार पर आंखें मूंदे हुए हैं?
भ्रष्टाचार से कैसे रुकेगा विकास?
यह विभाग आज नव नियुक्त RTO अधिकारियों को “भ्रष्टाचार का प्रशिक्षण” देता नजर आता है? आम जनता के लिए परिवहन विभाग में अपने काम करवाना किसी दु:स्वप्न से कम नहीं है। क्या यह वही डिजिटल इंडिया है, जिसका सपना दिखाया गया था? जहां हर सरकारी काम के लिए बिचौलियों और दलालों की मदद लेनी पड़े।
परिवहन मंत्री और प्रशासन को जवाब देना होगा
चंद्रपुर RTO में फैले इस भ्रष्टाचार ने पूरे जिले के विकास में सेंध लगा दी है। यह समय है कि नितिन गडकरी और महाराष्ट्र सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से लें। अगर आज इस विभाग में सुधार नहीं किया गया, तो यह केवल चंद्रपुर जिले को ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य की परिवहन व्यवस्था को नुकसान पहुंचाएगा।
क्या चंद्रपुर RTO भ्रष्टाचार के इस काले अध्याय का अंत देखेगा? या फिर यह विभाग इसी तरह सत्ता और पैसे के खेल का हिस्सा बना रहेगा?



