
श्रीराम की 151 फीट ऊंची प्रतिमा और रामायण एक्सपीरियंस पार्क: चित्रकूट का होगा भव्य विकास..!
दि. 14 जनवरी 2024
रिपोर्ट :- अनुप यादव, ग्लोबल महाराष्ट्र न्यूज नेटवर्क
चित्रकूट: प्रभु श्रीराम की तपोभूमि का वैश्विक निर्माण
मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सरकार ने मिलकर चित्रकूट को एक विश्वस्तरीय धार्मिक और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है। इस योजना के अंतर्गत 750 करोड़ रुपये की लागत से भव्य परियोजनाएं तैयार की जा रही हैं। इसका मुख्य आकर्षण 80 एकड़ भूमि पर बनने वाला रामायण एक्सपीरियंस पार्क है, जिसमें भगवान श्रीराम की 151 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित होगी।
रामायण एक्सपीरियंस पार्क के मुख्य आकर्षण
- श्रीराम की 151 फीट ऊंची प्रतिमा: यह प्रतिमा रामायण के अद्भुत युग को दर्शाएगी और दुनिया भर के श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगी।
- सीता और लक्ष्मण की मूर्तियां: विशाल और भव्य आकार में मूर्तियां स्थापित की जाएंगी।
- 5D और 3D होलोग्राम शो: रामायण काल से जुड़े स्थलों के मॉडल और डिजिटल प्रस्तुति श्रद्धालुओं को एक नया अनुभव देंगे।
- लाइट एंड साउंड शो: भक्तों के लिए रामायण काल के दृश्य सजीव हो उठेंगे।
तपोभूमि का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विकास
सरकार यहां अध्यात्म और ध्यान केंद्र बनाएगी, जिसमें एक हजार संतों के लिए ठहरने की सुविधा होगी।
- हर्बल गार्डन और आध्यात्मिक लाइब्रेरी: अध्यात्म और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में नई संभावनाएं खोलेंगे।
- गायों की देखभाल के लिए गोशाला: ग्रामीण और आध्यात्मिक जीवन को बढ़ावा देगा।
पर्यटन और बुनियादी ढांचे का विकास
- मंदाकिनी नदी पर नए पुल का निर्माण।
- ट्रैफिक कमांड सेंटर और मल्टी फैसिलिटी सेंटर।
- मोकमगढ़ किला, सती अनुसइया आश्रम, गुप्त गोदावरी और कामदगिरि परिक्रमा जैसे स्थलों का विकास।
सरकार की पहल
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सरकारें एकजुट होकर यह सुनिश्चित कर रही हैं कि चित्रकूट को न केवल धार्मिक केंद्र के रूप में, बल्कि एक आधुनिक और पर्यटन-अनुकूल स्थान के रूप में स्थापित किया जाए।
चित्रकूट में इस ऐतिहासिक परियोजना से क्षेत्र की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को नया आयाम मिलेगा। यह प्रयास क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर लाएगा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की धरोहर को प्रदर्शित करेगा।



