
अवैध देशी-विदेशी शराब तस्करी का भंडाफोड़ — गोंड पिंपरी पुलिस की बड़ी कार्रवाई,
एक्साइज विभाग कुंभकर्णीय निद में?
📍 रिपोर्ट: अनुप यादव
📺 ग्लोबल महाराष्ट्र न्यूज़ | ग्लोबल मिशन न्यूज़
🗓️ दिनांक: 18 अक्टूबर 2025
गोंडपिपरी (चंद्रपूर) — गोंडपिपरी पुलिस ने 17 अक्टूबर की रात एक गोपनीय जानकारी के आधार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से देशी और विदेशी शराब की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस को सूचना मिली थी कि चंद्रपुर से आष्टी की ओर जाने वाले मार्ग पर एक महिंद्रा स्कॉर्पियो (MH30-AF-4656) वाहन से अवैध शराब की ढुलाई की जा रही है। सूचना मिलते ही पुलिस ने डांबर प्लांट के पास नाकाबंदी की, और कुछ ही देर में संदिग्ध स्कॉर्पियो वाहन पुलिस की नजर में आ गया।
जैसे ही पुलिस ने वाहन को रुकने का इशारा किया, चालक ने पुलिस को देखकर गाड़ी नाले से मोड़कर कपास के खेत में पलट दी और अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। इसके बाद पुलिस ने पंचों की मौजूदगी में वाहन की तलाशी ली, जिसमें देशी शराब (संत्रा) 90 एमएल की 51 पेटियां (कीमत ₹2,04,000) और रॉयल स्टैग विदेशी शराब 180 एमएल की 5 पेटियां (कीमत ₹62,400) बरामद हुईं। इसके साथ ही शराब की तस्करी में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो गाड़ी (कीमत ₹10,00,000) और सैमसंग मोबाइल भी जब्त किया गया। कुल मिलाकर ₹12,76,400 का अवैध माल पुलिस ने अपने कब्जे में लिया।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि जब्त की गई शराब डुप्लीकेट (नकली) है, जो लोगों की जान के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकती थी। अब पुलिस यह जांच कर रही है कि यह नकली शराब कहां से लाई जा रही थी और इसके पीछे कौन-सा गिरोह सक्रिय है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश जल्द ही किया जाएगा।
एक्साइज विभाग कुंभकर्णीय निद में?
वहीं, जहां शराब के लिए कई नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन करवाने का कार्य शराब बंदी विभाग का होता है। पर इस मामले के उजागर होने के बाद शराब बंदी विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। क्योंकि जिले में शराब प्रेमियों को सही और ओरिजिनल शराब मुहैया हो इसकी देखरेख ही शराब बंदी विभाग करता है। पर जिस विभाग को यह काम करना चाहिए था वह विभाग फेल नजर आ रहा है। या फिर मौन सहमति से इस विभाग ने इन्हें अनुमति दे रखी है?
ऐसे कई सवाल गोंड पिंपरी पुलिस की कार्रवाई के बाद खड़े हो रहे हैं।
खैर, इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि चंद्रपुर में दीवाली के ठीक पहले नकली शराब बरामद होना किसी बड़े रैकेट की ओर इशारा करता है।
क्या यह वही संकेत है जो कई वर्ष पहले हुई उस जहरीली शराब कांड की याद दिलाता है, जिसमें “स्लिम लंगड़े” के यहां से पी गई शराब से करीब 90 लोगों की मौतें हुई थीं, और कई घरों के चिराग बुझ गए थे।
चंद्रपुर जिले में बीते कुछ महीनों में नकली शराब का कारोबार बढ़ने से लोगों की जान पर खतरा मंडरा रहा है। गरीब और मजदूर वर्ग जो अक्सर सस्ती देसी शराब का सेवन करते हैं, वे सबसे अधिक जोखिम में हैं। ऐसी शराब न केवल स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है बल्कि कई बार जहरीली शराब से मौतें भी हो चुकी हैं। इसलिए अवैध शराब माफियाओं पर सख्त कार्रवाई करना समय की मांग है, ताकि निर्दोष लोगों की जान बचाई जा सके और समाज में शराब माफियाओं का भय समाप्त किया जा सके।
यह कार्रवाई पोलीस अधीक्षक श्री मुम्मका सुदर्शन, अपर पोलीस अधीक्षक श्री ईश्वर कातकडे के मार्गदर्शन तथा उपविभागीय पोलीस अधिकारी श्री सत्यजित आमले के नेतृत्व में की गई। इस कार्रवाई में सपोनि श्री रमेश हत्तीगोटे, पोअं वंदीराम पाल, अतुल तोडास, रुपती गोडसेलवार और प्रशांत नैताम (गोंडपिपरी पोस्ट) की टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और फरार आरोपी की तलाश जारी है। गोंडपिपरी पुलिस ने बताया कि शराब के स्रोत और संबंधित गिरोह का खुलासा जल्द ही किया जाएगा।



