ताडोबा में बड़ा भ्रष्टाचार का केन्द्र गो_विदा.!  प्राइवेट कर्मचारी पर सफारी बुकिंग, रिश्वत, अवैध शूटिंग और धमकियों के गंभीर आरोप?

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ताडोबा में बड़ा भ्रष्टाचार का केन्द्र गो_विदा.! 

प्राइवेट कर्मचारी पर सफारी बुकिंग, रिश्वत, अवैध शूटिंग और धमकियों के गंभीर आरोप?

Dat. 05 Dec 2025

चंद्रपुर | Global Maharashtra News – Special Report

Editor:– Anup Yadav Global Maharashtra news & Global mission news 

चंद्रपुर:— ताडोबा-अंधारी टाइगर रिज़र्व (TATR) में एक प्राइवेट कर्मचारी गो_विंदा. असोप के खिलाफ गंभीर भ्रष्टाचार और प्रशासन से संबंधों के दुरुपयोग के आरोप सामने आए हैं। ताडोबा क्षेत्र के ही एक होटल/रिसॉर्ट संचालक ने उच्च अधिकारियों को विस्तृत लिखित शिकायत भेजते हुए कई वीडियो, ऑडियो और तस्वीरें सबूत के रूप में जमा की हैं। शिकायतकर्ता ने पूरे मामले को “सिस्टम के भीतर चल रहे संगठित अवैध नेटवर्क” का हिस्सा बताया है।

सफारी बुकिंग में मैनेजमेंट कोटा का दुरुपयोग?

शिकायत में सबसे बड़ा आरोप यह है कि गो_विंदा. असोप ताडोबा के मैनेजमेंट कोटा का गलत तरीके से इस्तेमाल करते हुए सफारी बुकिंग को पैसे के बदले में अलॉट करते हैं। शिकायतकर्ता का दावा है कि असोप ने कुछ लेडी टूर ऑपरेटरों के साथ रिश्वत आधारित संपर्क बनाए रखे हैं और उन्हीं के पक्ष में बुकिंग की जाती है। इसी का वीडियो—जो पेन ड्राइव में शिकायत के साथ संलग्न किया गया है—अवैध संबंधों और सत्ता के दुरुपयोग को दर्शाता है।

शिकायत का विरोध करने पर धमकियां, आधी रात को कॉल.!

शिकायतकर्ता के अनुसार जब उन्होंने इन गतिविधियों की जानकारी ताडोबा के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुँचानी शुरू की, तब गो_विंदा असोप ने 3 मई 2025 की रात 12:45 बजे कई बार फोन कर धमकाने की कोशिश की। अगले दिन सुबह भी उन्होंने कॉल कर शिकायत हटाने हेतु जोरदार दबाव बनाया। शिकायतकर्ता का दावा है कि इस धमकी का पूर्ण ऑडियो रिकॉर्ड उनके पास मौजूद है और पेन ड्राइव में जमा भी किया गया है।

होटल और रिसॉर्ट मालिकों को गाली–गलौज

ताडोबा में होटल और रिसॉर्ट संचालकों का एक आधिकारिक वॉट्सऐप ग्रुप “Buffer Resorts Group” है, जहां दैनिक प्रशासनिक चर्चा और सफारी संचालन से जुड़ी जानकारी साझा की जाती है। शिकायत में आरोप है कि इसी ग्रुप में गो_विंदा असोप ने अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए कई सदस्यों को गालियां दीं। इस दुर्व्यवहार का स्क्रीन रिकॉर्डिंग शिकायत में वीडियो-2 के रूप में शामिल है।

जंगल में अवैध शूटिंग और सोशल मीडिया वीडियो?

शिकायत में दावा है कि गो_विंदा असोप ताडोबा के जंगल क्षेत्रों में प्रतिबंधित जगहों पर जाकर व्यक्तिगत वीडियो शूट करते हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं। यह नियमों का सीधा उल्लंघन है, क्योंकि बिना अनुमति जंगल क्षेत्र में फिल्मांकन पूरी तरह अवैध है। इसके प्रमाणस्वरूप वीडियो-3 और वीडियो-4 जमा किए गए हैं, जिनमें असोपा को जंगल में अवैध शूटिंग करते हुए दिखाया गया है।

महंगे रिसॉर्ट में मुफ्त ठहराव—वेतन 40,000, खर्च लाखों में?

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि गो_विंदा असोप की मासिक सैलरी लगभग 40,000 रुपये बताई जाती है, लेकिन शिकायत के अनुसार वह ताडोबा के महंगे प्रीमियम रिसॉर्ट्स—जैसे 20,000 रुपये प्रतिरात तक कीमत वाले वन विलास—में नियमित रूप से ठहरते हैं। तस्वीरों में असोप को ऐसे महंगे रिसॉर्ट में आराम से बैठे दिखाया गया है, जिससे उनके आय–स्रोतों पर गंभीर सवाल उठते हैं?

रिसॉर्ट मालिकों और मैनेजमेंट से ‘लाखों की वसूली’ का आरोप?

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि असोप बड़े रिसॉर्ट मालिकों से रिश्वत लेकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को पैसा पहुंचाते हैं। बदले में उन पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं होती और मैनेजमेंट कोटा सफारी उन्हीं रिसॉर्ट्स को दिए जाते हैं जिनसे आर्थिक लाभ लिया जाता है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि यह एक “संगठित नेटवर्क” बन चुका है।

60 लाख का नया फ्लैट और महंगे विदेशी दौरे.!

आरोप है कि गो_विंदा असोप ने हाल ही में लगभग 60 लाख रुपये का नया फ्लैट खरीदा है, जो उनके नाम पर पंजीकृत है। इसके अलावा वे अंतरराष्ट्रीय विदेशी यात्राओं पर भी जाते हैं। शिकायत में उनकी विदेश यात्रा की तस्वीरें और वीडियो भी संलग्न किए गए हैं। शिकायतकर्ता का सवाल है कि एक सामान्य वेतनभोगी कर्मचारी यह खर्च कैसे उठा रहा है?

जंगल की मचान पर चढ़कर फोटो–वीडियो, सख्त नियमों का उल्लंघन.!

ताडोबा में मचान पर केवल अधिकृत फॉरेस्ट गार्ड या अधिकारी ही जा सकते हैं। लेकिन शिकायत के अनुसार गो_विंदा असोप मचान पर चढ़कर सोशल मीडिया सामग्री बनाते हैं, जो पूरी तरह अवैध है। फोटो-3 के आधार पर यह आरोप और भी गंभीर हो जाता है।

शिकायतकर्ता की सुरक्षा को खतरा—नाम न उजागर करने की मांग

शिकायतकर्ता ने पत्र में स्पष्ट लिखा है कि:

“कृपया मेरा नाम TATR टीम के साथ साझा न करें।
ये लोग मुझे टारगेट कर मानसिक और अन्य तरीकों से परेशान कर सकते हैं।”

उन्होंने यह भी कहा कि पहले भी कई शिकायतें दी जा चुकी हैं, मगर ताडोबा प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण उन्हें उच्च स्तरीय हस्तक्षेप की आशंका ही एकमात्र उम्मीद दिखती है।

क्या अब कार्रवाई होगी? Global Maharashtra News नज़र बनाए हुए है

ये आरोप केवल एक कर्मचारी पर नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े करते हैं।

अब देखने वाली बात यह है कि—

  • क्या उच्च अधिकारी इन आरोपों की जांच करेंगे?
  • मैनेजमेंट कोटा सफारी की पारदर्शिता सुनिश्चित होगी?
  • और क्या गो_विंदा असोप के खिलाफ कोई सख्त कदम उठाया जाएगा?

Global Maharashtra News इस मामले की हर अपडेट को पाठकों तक पहुंचाता रहेगा।