
पत्नी-बच्चों का नाम निराधार योजना में शामिल कर शासन को ठगा! प्रशासन सो रहा है क्या?
कोरपना (प्रतिनिधि):
कोरपना तालुका में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ विजय बोरर्डे नामक व्यक्ति ने अपनी ही पत्नी और बच्चों के नाम निराधार योजना में शामिल करवाकर शासन का पैसा ग़ैरक़ानूनी रूप से निकाल लिया।
इस खुलासे के बाद पूरे क्षेत्र में आक्रोश की लहर फैल गई है।
निराधार योजना का उद्देश्य असल में अनाथ, अपंग, विधवा और जरूरतमंद लोगों को सहायता देना है, लेकिन कुछ भ्रष्ट मानसिकता वाले लोग इस योजना का दुरुपयोग कर रहे हैं।
इसी प्रकार विजय बोरर्डे द्वारा शासन के धन की लूट किए जाने का आरोप ग्रामवासियों ने लगाया है, और उन्होंने संबंधित व्यक्ति पर धोखाधड़ी (धारा 420) का मामला दर्ज करने की माँग की है।
ग्रामवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार प्रशासन से शिकायत की,
लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
नागरिकों ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा —
> “जो लोग गरीबों का हक़ छीनते हैं, उन पर तुरंत मामला दर्ज कर जेल भेजा जाए।”इस घटना ने समाज कल्याण विभाग के कामकाज पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
लोगों की माँग है कि इस पूरे मामले की गहराई से जाँच की जाए,
शासन का धन वापस लिया जाए, और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए।



