5 वर्षीय मासूम के साथ दरिंदगी करने वाले दोनों अपराधियों को कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा!

59

5 वर्षीय मासूम के साथ दरिंदगी करने वाले दोनों अपराधियों को कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा!

इंसाफ की जीत — हैवानों का होगा अंत

 
🗓️ स्थान: आगरा (उत्तर प्रदेश)
 
✍️ रिपोर्ट: अनुप यादव | ग्लोबल मिशन न्यूज
🔹 घटना का सार
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से एक बड़ा फैसला सामने आया है।
यहाँ की POCSO कोर्ट (Protection of Children from Sexual Offences) ने 5 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ बलात्कार और निर्मम हत्या के जुर्म में दोषी पाए गए अमित और निखिल को फांसी की सजा सुनाई है।
🔹 क्या था मामला
मामला 18 मार्च 2024 का है।
आरोपी अमित और निखिल ने बह थाना क्षेत्र से एक 5 वर्षीय बच्ची का अपहरण किया था।
उसके बाद दोनों ने मासूम के साथ बलात्कार किया और उसकी हत्या कर शव को सरसों के खेत में फेंक दिया।
बाद में परिजनों को धमकाकर 6 लाख रुपये फिरौती की मांग की गई थी।
🔹 पुलिस जांच और साक्ष्य
पुलिस ने दोनों आरोपियों को घटना के कुछ दिनों बाद ही गिरफ्तार कर लिया था।
जांच के दौरान DNA रिपोर्ट, मोबाइल कॉल डिटेल्स और गवाहों के बयान से अपराध की पुष्टि हुई।
कुल 18 गवाहों के बयान दर्ज किए गए, जिनके आधार पर अदालत ने दोनों को दोषी ठहराया।
🔹 कोर्ट का फैसला
POCSO कोर्ट के विशेष न्यायाधीश ने कहा —
> “इस अपराध ने समाज और मानवता दोनों को झकझोर दिया है। यह ‘दुर्लभतम से दुर्लभ’ श्रेणी का मामला है।
अतः दोनों दोषियों को फांसी की सजा दी जाती है।”
यह फैसला सुनते ही कोर्ट परिसर में मौजूद लोगों ने तालियों से स्वागत किया और बच्ची के परिवार ने न्याय मिलने पर संतोष जताया।
🔹 परिवार की प्रतिक्रिया
पीड़िता के पिता ने मीडिया से कहा —
> “हमारी बेटी के साथ जो हुआ, उसे हम भूल नहीं सकते।
अदालत ने न्याय किया है, अब बस फांसी जल्दी होनी चाहिए।”
🔹 कानूनी स्थिति
दोनों दोषी अब इस सजा के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील कर सकते हैं।
लेकिन फिलहाल निचली अदालत का यह फैसला मासूम बच्चियों के खिलाफ अपराध करने वालों के लिए एक सख्त संदेश माना जा रहा है।
⚖️ निष्कर्ष
आगरा कोर्ट का यह फैसला समाज में न्याय और भय का संदेश देता है।
POCSO कानून के तहत ऐसे मामलों में त्वरित सुनवाई और कठोर सजा समाज में बाल संरक्षण को मज़बूती देती है।