
बाबुपेठ आंबेडकर चौक पर शराबियों का जमावड़ा, रामनरेश यादव का आरोप – हादसे का जिम्मेदार ट्रैफिक विभाग?
चंद्रपुर | ग्लोबल महाराष्ट्र न्यूज़ | अनूप यादव
दि. 17 डिसेंबर 2025
पुरी खबर :– चंद्रपुर शहर के बाबुपेठ स्थित आंबेडकर चौक के पास हाईवे रोड पर एक देशी भट्टी और बियर शॉपी के सामने रोज़ाना शराब प्रेमियों का भारी जमावड़ा देखने को मिल रहा है। शाम होते ही यहां शराब खरीदने और सेवन करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ती है, जिससे हाईवे पर यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाती है।
स्थानीय नागरिकों के अनुसार, संबंधित शराब दुकान के पास पार्किंग की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। इसी कारण शराब प्रेमी अपने दुपहिया वाहन सीधे हाईवे पर ही खड़े कर देते हैं। परिणामस्वरूप, हाईवे से गुजरने वाले भारी और हल्के वाहनों को बार-बार रुकना पड़ता है। कई बार अचानक ब्रेक लगाने की स्थिति बनती है, जिससे बड़े हादसे की आशंका हर पल बनी रहती है।
स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब शराब सेवन करने वाले कई लोग सड़क किनारे ही खड़े होकर खुलेआम शराब पीते नजर आते हैं। नशे की हालत में सड़क पार करना, वाहनों के बीच खड़े रहना और अचानक सड़क पर आ जाना यहां आम बात बन चुकी है। इससे न केवल राहगीरों और वाहन चालकों की जान खतरे में पड़ रही है, बल्कि खुद शराब प्रेमियों की सुरक्षा भी गंभीर संकट में है।
इस गंभीर मुद्दे पर समाजसेवी रामनरेश यादव ने कड़ा रुख अपनाया है। रामनरेश यादव ने कहा कि वे पिछले काफी समय से इस समस्या को लेकर स्थानीय नागरिकों की शिकायतें सुन रहे हैं, लेकिन जिला पुलिस और शहर ट्रैफिक विभाग ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन या तो इस स्थिति से अनजान बना हुआ है, या फिर जानबूझकर आंखें मूंदे बैठा है। रामनरेश यादव ने दो टूक शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इस स्थान पर किसी भी प्रकार की जानहानि होती है, तो इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शहर ट्रैफिक विभाग और संबंधित प्रशासन की होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि जल्द ही यहां पुलिस बंदोबस्त, अवैध पार्किंग पर सख्त कार्रवाई और शराब दुकान संचालक को पार्किंग व्यवस्था के लिए बाध्य नहीं किया गया, तो वे जन आंदोलन और उच्च अधिकारियों से शिकायत करने से पीछे नहीं हटेंगे।
स्थानीय नागरिकों की मांग है कि बाबुपेठ के आंबेडकर चौक पर तत्काल ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की जाए, अवैध रूप से खड़े वाहनों पर कार्रवाई हो और नशे की हालत में उत्पात मचाने वालों पर सख्ती बरती जाए।
यदि प्रशासन ने समय रहते इस गंभीर समस्या पर ध्यान नहीं दिया, तो बाबुपेठ का आंबेडकर चौक किसी बड़े और दर्दनाक हादसे का गवाह बन सकता है। अब सवाल यह है—क्या प्रशासन किसी अनहोनी का इंतजार कर रहा है?



